नकारा साबित हुए लल्लू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू खुद तो हारे ही, साथ में पार्टी की भी लुटिया डुबो दी। इससे खफा पार्टी हाईकमान ने लल्लू को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया और इस्तीफा ले लिया।
लल्लू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में कहा है कि पार्टी के सभी पदाधिकारियों ने पूरी लगन और मेहनत से काम करते हुए संगठन को ग्राम स्तर तक पहुंचाया, लेकिन चुनाव में पार्टी की अप्रत्याशित हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए वह पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ दो सीट मिल सकी। खुद लल्लू, कुशीनगर की तमकुही राज सीट से चुनाव हार गये। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का यह अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सुबह दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की बैठक बुलायी थी। लल्लू, प्रमोद तिवारी और राजीव शुक्ला सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में हुयी इस बैठक में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव परिणाम की समीक्षा की गयी। समझा जाता है कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती गांधी ने पार्टी में संगठनात्मक स्तर पर व्यापक बदलाव की पहल करते हुए विधानसभा चुनाव वाले पांचों राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफा मांगा है।
लल्लू ने इस्तीफे में कहा कि इस चुनाव में हमें अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा, इस हार की मैं नैतिक रूप से जिम्मेदारी लेते हुए अपने अध्यक्ष पद के दायित्व से इस्तीफा दे रहा हूं।” लल्लू ने उनके जैसे सामान्य कार्यकर्ता पर भरोसा करते हुए उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बनाये जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष का आभार व्यक्त करते हुए भरोसा दिलाया कि वह सदैव पार्टी के लिये काम करते रहेंगे।
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