लखनऊ। कहते हैं अगर बाड़ ही खेत को खाने लगे तो फिर कौन रखवाली करेगा। यही हाल इन दिनों बीएसएनल का हो रखा है। सड़क के किनारे लगाये गये उसके खंभों को कोई और नहीं बल्कि बीएसएनएल के कर्मचारी ही उखाड़ कर कबाड़ी को बेंच रहे हैं।

माना कि आज के दौर में बीएसएनएल की उपयोगिता कम हुई है। प्राइवेट सेल्युलर कंपनियों की वजह से बीएसएनएल का कारोबार प्रभावित हुआ है। फिर भी बीएसएनएल अपनी संपत्तियों की सार संभाल करने में अक्षम साबित हो रहा है, जिसका फायदा उसके अपने कर्मचारी उठा रहे हैं, जो उसकी संपत्तियों को बेंच रह हैं। ताजा मामाला राजधानी के कल्याणपुर क्षेत्र का आया है, जहां पर बीएसएनएल अधिकारियों की शह पर कर्मचारी सड़क किनारे लगे खंभे को लेकर कबाड़ी दुकान पर पहुंच गया हैं। वहां पर वह बेचने की जुगत में लगा था। तभी मोहल्ले वालों ने स्टिंग ऑपरेशन कर दिया और उसका वीडियो बना करके सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस दौरान मुख्य कर्मचारी विनोद प्रकाश भाग खड़ा हुआ। मगर एक कर्मचारी पकड़ में आ गया, जिसने सफाई में मोहल्ले के लोगों को अवगत करवाया कि वह कबाड़ी की दुकान पर खंभा रखने आया था। बेचने नहीं। वहीं बताया जा रहा है कि उक्त कर्मचारी और उसके सहयोगी साथी कई खंभे कबाड़ी की दुकान पर बेच चुके हैं।
Amar Ujala Live | अमर उजाला लाइव Hindi News & information Portal