नई दिल्ली। हार्वर्ड विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर की तीन छात्राओं ने विवि प्रशासन के खिलाफ यौन उत्पीडऩ मामले में अदालत में एक मुकदमा दायर किया है। छात्राओं का आरोप है कि शैक्षणिक संस्थान वर्षों से मानव विज्ञान के एक प्रोफेसर द्वारा यौन उत्पीडऩ और डराने-धमकाने के मामले की अनदेखी कर रहा है। अंग्रेजी दैनिक न्यूयॉर्क टाइम्स ने मंगलवार को कहा कि मार्गरेट जेरविएन्स्की, लीलिया किलबर्न और अमूल्य मांडवा ने विश्वविद्यालय पर दो आरोपों की अवहेलना करने का आरोप लगाया है । छात्राओं ने कहा कि प्रोफेसर जॉन कोमारॉफ वर्षों तक छात्रों का यौन उत्पीडऩ किया और उन्हें उनके शैक्षणिक करियर खराब करने की धमकी दी। मैसाचुसेट्स में बोस्टन फेडरल कोर्ट में दायर मुकदमे के अनुसार हार्वर्ड ने कथित तौर पर कई शिकायतों को नजरअंदाज किया। जिससे प्रोफेसर जॉन कोमारॉफ को छात्राओं का यौन उत्पीडऩ करने और उनके करियर को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रोत्साहन मिला। अखबार के अनुसार मामले में हार्वर्ड के अधिकारियों ने कहा कि कोमारॉफ यौन और लिंग आधारित उत्पीडऩ की नीतियों का उल्लंघन करने में लिप्त थे, लेकिन उन्होंने यौन उत्पीडऩ नहीं किया। फिलहाल प्रोफेसर को छुट्टी पर भेज दिया गया है और उन पर अगले वर्ष से विश्वविद्यालय में पढ़ाने पर रोक लगा दी गई है
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