नई दिल्ली। तुर्की और यूनान सीमा पर एक सप्ताह पहले आये बर्फीले तूफान के कारण तुर्की के शहर में कम से कम 12 प्रवासी मृत पाये गये है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, इस त्रासदी के लिए दोनों देश एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे है। अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि प्रवासी कहां से आये थे और वे खराब परिस्थितियों में कैसे फंसे। सीएनएन ने बताया कि तुर्की के आंतरिक मंत्री सुलेमान सोयलू ने बुधवार को धुंधली तस्वीरें ट्वीट कीं, जिनमें कम से कम आठ व्यक्तियों के शव देखे गए हैं। जो कि कम कपड़े पहने हुए और कीचड़ में पड़े थे। उन्होंने कहा, “यूनान सीमा ईकाई ने 22 प्रवासियों में से 12 को वापस धकेल दिया। उनके कपड़े और जूते उतार लिए गए जिससे ठंड के कारण उनकी मौत हो गई।” यूनान के आव्रजन मंत्री नोटिस मिताराची ने इस आरोप को खारिज किया है। उन्होंने एक बयान में कहा, “तुर्की सीमा पर इप्साला के पास 12 प्रवासियों की मौत एक त्रासदी है।” उन्होंने कहा, “निराधार दावों को खारिज करने के बजाय तुर्की को अपने दायित्वों को पूरा करने और इन खतरनाक यात्राओं को रोकने के लिए काम करने की आवश्यकता है।” सीएनएन के अनुसार मारे गए प्रवासी 22 लोगों के समूह का हिस्सा थे। क्षेत्रीय अधिकारियों ने कहा कि वे शेष प्रवासियों की तलाश कर रहे हैं और घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
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