महिला अधिकारी की ओर से अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव से की गई शिकायत
लखनऊ। एक महिला अधिकारी ने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक एसएन पांडेय पर सात लाख रूपये घूस मांगने का आरोप लगाया है। विधवा महिला अधिकारी का कहना है कि उससे अतिरिक्त पदभार हटाने के बदले में संयुक्त निदेशक ने अपने उच्चाधिकारियों को रिश्वत खिलाने के लिए सात लाख रूपये की डिमांड की है।


यहां बता दें कि डॉक्टर अमृता सिंह वर्तमान में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में उप निदेशक के पद पर सहारनपुर जनपद में तैनात हैं। इसके साथ ही गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद और बुलंदशहर का जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी का अतिरिक्त पदभार है। उप निदेशक डॉक्टर अमृता सिंह का कहना है कि उनके पति का देहांत हो चुका है। सास उनकी वृद्ध हैं, जिनकी उम्र करीब 80 वर्ष है। उनके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। बावजूद इसके शासकीय कार्यों को वह पूरी तन्मयता के साथ कर रही हैं। शासकीय कार्यों की अत्यधिक व्यस्तता की वजह से उन्होंने निदेशालय से अतिरिक्त प्रभार हटाने का अनुरोध किया था। जिसके एवज में निदेशालय में तैनात संयुक्त निदेशक एसएन पांडेय ने उन्हें फोन कर सात लाख रूपये की मांग की है, आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह धनराशि को अदा करने में अस्मर्थ हैं। फिर भी उन पर सात लाख रूपये देने के लिए फोन कर बार-बार दबाव बनाया जा रहा है और नौकरी लेने की धमकी दी जा रही है।
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